भारत सरकार द्वारा 16 जनवरी 2016 को STARTUP INDIA YOJANA शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य नए और innovative businesses को बढ़ावा देना है। यह योजना देश के युवा उद्यमियों को उनके नए विचारों को व्यावसायिक रूप में बदलने में मदद करती है। इस योजना के तहत कई तरह की सुविधाएं और समर्थन दिए जाते हैं, जिससे स्टार्टअप्स को शुरुआती कठिनाइयों से निपटने में सहायता मिलती है।
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STARTUP INDIA YOJANA Overview
योजना का नाम | STARTUP INDIA YOJANA |
विभाग | Ministry for Promotion of Industry and Internal Trade (DPIIT). Ministry of Commerce and Industry in India. |
कब शुरू हुई | 16 जनवरी 2016 |
उद्देश्य | Innovative Businesses को बढ़ावा देना |
लाभार्थी | देश के युवा उद्यमियों |
हेल्पलाइन नंबर | 1800 115 565 TOLLFREE |
आधिकारिक वेबसाइट | www.startupindia.gov.in |
स्टार्टअप क्या है?
स्टार्टअप एक नई कंपनी होती है जो एक नए विचार या समाधान को सफल बनाने की शुरुआत करती है, इसका मुख्य उद्देश्य नए और खास उत्पाद या सेवाएं बनाना और बाजार में अलग पहचान बनाना होता है। स्टार्टअप्स पारंपरिक व्यवसायों से इसलिए अलग होते हैं क्योंकि वे तेजी से बढ़ सकते हैं और उनमें ज्यादा जोखिम और ज्यादा लाभ की संभावना होती है।
STARTUP INDIA YOJANA का उद्देश्य
स्टार्टअप इंडिया योजना का मुख्य उद्देश्य भारत को नए विचारों और व्यवसायों के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र बनाना है।
- योजना के तहत युवाओं को व्यवसाय शुरू करने और उन्हें चलाने के लिए प्रेरित करना।
- नए व्यवसायों के माध्यम से रोजगार के अवसर पैदा करना।
- स्टार्टअप्स के लिए विभिन्न नियम प्रक्रियाओं को सरल और सुगम बनाना।
STARTUP INDIA YOJANA लाभ और विशेषताएं
स्टार्टअप इंडिया योजना के तहत कई सुविधाएं और समर्थन प्रदान किए जाते हैं:
- स्टार्टअप्स को तीन साल तक आयकर में छूट मिलती है।
- स्टार्टअप्स को कुछ श्रम और पर्यावरण कानूनों के अनुपालन के लिए स्व-प्रमाणन (खुद से ही पुष्टि करने की सुविधा) की अनुमति दी जाती है।
- स्टार्टअप्स के लिए विनियामक प्रक्रियाओं को आसान और तेज बनाया गया है, जिससे उन्हें सरकारी सेवाओं का लाभ उठाने में आसानी होती है।
- स्टार्टअप इंडिया पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन पंजीकरण की सुविधा उपलब्ध है, जिससे स्टार्टअप्स को अपने व्यवसाय को आधिकारिक रूप से दर्ज करने में आसानी होती है।
- स्टार्टअप्स को बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त करने में मदद के लिए क्रेडिट गारंटी फंड की सुविधा दी जाती है।
- Single Point of Contact के माध्यम से स्टार्टअप्स को विभिन्न सरकारी सेवाएं उपलब्ध कराई जाती है।
- पेटेंट फाइलिंग में तेजी लाने और लागत कम करने के लिए प्रोत्साहन दिया जाता है।
- स्टार्टअप्स को Seed capital and venture capital प्रदान की जाती है।
- 10,000 करोड़ रुपये का फंड ऑफ फंड्स स्थापित किया गया है।
- विभिन्न सरकारी tenders में भाग लेने के लिए न्यूनतम अनुभव और टर्नओवर की आवश्यकता को समाप्त किया गया है।
- देशभर में इन्क्यूबेशन केंद्रों की स्थापना की गई है।
- राज्य और केंद्रीय स्तर पर विभिन्न प्रोत्साहन योजनाओं का प्रावधान दिया जाता है।।
- स्टार्टअप्स को नए उत्पादों और सेवाओं के विकास में तकनीकी सहायता प्रदान की जाती है।
STARTUP INDIA YOJANA के तहत पात्रता/ELIGIBILITY
- आवेदन करने वाले की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
- आवेदन करने वाले स्टार्टअप का व्यवसाय 5 वर्षों से अधिक पुराना होना चाहिए।
- कंपनी एक पार्टनरशिप या प्राइवेट लिमिटेड फर्म होनी चाहिए।
- कंपनी का वार्षिक कारोबार 25 करोड़ रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए।
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STARTUP INDIA YOJANA के तहत आवेदन कैसे करें
ONLINE
- सबसे पहले आप स्टार्टअप इंडिया की आधिकारिक वेबसाइट www.startupindia.gov.in पर जाएं।
- “Register” विकल्प पर क्लिक करें पूछी गई जानकारी जैसे नाम, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी और और पासवर्ड के साथ अकाउंट बनाएं।
- एक बार रजिस्ट्रेशन पूरा हो जाने पर, आपको एक उपयोगकर्ता आईडी (LGOIN ID) और पासवर्ड (PASSWORD) प्राप्त होगा।
- उपयोगकर्ता आईडी (LGOIN ID) और पासवर्ड (PASSWORD) डालकर लॉग इन करें।
- पूछी गई जानकारी ध्यान पूर्वक भरे जैसे अपना प्रोफाइल, आपके स्टार्टअप के बारे में विस्तृत जानकारी।
- आवश्यक दस्तावेज़ अपलोड करें जैसे कि कंपनी का रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र, निदेशकों की जानकारी आदि अपलोड करें।
- वेबसाइट पर उपलब्ध विभिन्न योजनाओं और प्रोत्साहनों की सूची में से अपनी आवश्यकतानुसार योजना में आवेदन करें ।
- सारी जानकारी भरकर सबमिट करें।
- आवेदन जमा करने के बाद, संबंधित प्राधिकरण आपके आवेदन की समीक्षा करेगा।
- समीक्षा प्रक्रिया पूरी होने के बाद, आपको स्वीकृति या अस्वीकृति के बारे में सूचित किया जाएगा।
- स्वीकृति मिलने के बाद, आपको वित्तीय सहायता, कर लाभ, और अन्य प्रोत्साहनों का लाभ प्राप्त होगा।
- ज्यादा जानकारी के लिए आप स्टार्टअप इंडिया पोर्टल पर जाकर देख सकते हैं।
FAQs
स्टार्टअप इंडिया योजना का क्या है?
भारत सरकार द्वारा 16 जनवरी 2016 को STARTUP INDIA YOJANA शुरू की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य नए और innovative businesses को बढ़ावा देना है। यह योजना देश के युवा उद्यमियों को उनके नए विचारों को व्यावसायिक रूप में बदलने में मदद करती है।
स्टार्टअप योजना शुरुआत कब हुई थी??
यह योजना भारत सरकार द्वारा 16 जनवरी 2016 को शुरू की गई थी।
स्टार्टअप इंडिया के लाभ क्या है?
1 .स्टार्टअप्स को तीन साल तक आयकर में छूट मिलती है।
2. स्टार्टअप्स को कुछ श्रम और पर्यावरण कानूनों के अनुपालन के लिए स्व-प्रमाणन (खुद से ही पुष्टि करने की सुविधा) की अनुमति दी जाती है।
3. स्टार्टअप्स को बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त करने में मदद के लिए क्रेडिट गारंटी फंड की सुविधा दी जाती है।
4. स्टार्टअप्स को Seed capital and venture capital किया जाता है।
5. 10,000 करोड़ रुपये का फंड ऑफ फंड्स स्थापित किया गया है।
कौन स्टार्टअप इंडिया योजना के लिए पात्र हैं?
1. आवेदन करने वाले की आयु 18 वर्ष से अधिक होनी चाहिए।
2. आवेदन करने वाले स्टार्टअप का व्यवसाय 5 वर्षों से अधिक पुराना होना चाहिए।
3. कंपनी एक पार्टनरशिप या प्राइवेट लिमिटेड फर्म होनी चाहिए।
4. कंपनी का वार्षिक कारोबार 25 करोड़ रुपये से अधिक नहीं होना चाहिए।
स्टार्टअप इंडिया योजना के तहत आवेदन कैसे करें?
आधिकारिक वेबसाइट www.startupindia.gov.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं।
स्टार्टअप इंडिया में कितना लोन मिलता है?
स्टार्टअप इंडिया में लोन 10 लाख से 5 करोड़ तक मिलता है।